प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 31 दिसंबर की रात भीड़ नियंत्रित करने के लिए 1,500 पुलिसकर्मी तैनात थे, इसके बावजूद असामाजिक तत्वों ने महिलाओं के साथ छेड़खानी की और उन पर भद्दी तथा अश्लील टिप्पणियां कीं।
उन्होंने कहा, पार्टी में अकेले आई महिलाओं को वहां मौजूद महिला पुलिस कर्मियों की सहायता लेनी पड़ी और पुरुषों को अपने साथ आई महिलाओं को सुरक्षित ले जाने के दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
संवाददाताओं से बातचीत में गृहमंत्री पी परमेश्वर ने कहा, ‘‘यह सही नहीं है. हम इसकी जांच करेंगे और ध्यान रखेंगे, ऐसा दोबारा न हो.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह देखने की जरूरत है कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किस प्रकार हो और उन्हें कैसे नियमित किया जाए.. हम 10,000 पुलिसकर्मी तैनात नहीं कर सकते।’’