छत्तीसगढ़ में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया नक्सली कमांडर

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दिल्ली

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में पुलिस दल ने मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया है। नक्सली पर लोकसभा चुनाव के दौरान एंबुलेंस पर हमला करने का आरोप था। इस घटना में सात लोग मारे गए थे।

बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि जिले के दरभा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चांदोमेटा गांव के जंगल में पुलिस ने जनमिलिशिया कमांडर अजरुन को मुठभेड़ में मार गिराया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एसटीएफ और डीआरजी के संयुक्त पुलिस दल को 10 अगस्त से गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब आज चांदोमेटा गांव के जंगल में था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की।

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उन्होंने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से भाग गए। बाद में जब पुलिस दल ने घटनास्थल में खोजबीन की तब वहां एक नक्सली का शव और अन्य सामान बरामद किया गया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मारे गए नक्सली की पहचान जनमिलिशिया कमांडर और मचकोट एलओएस के सदस्य के रूप में हुई है।

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अधिकारियों ने बताया कि अजरुन बीते लोकसभा चुनाव के दौरान दो अप्रैल वर्ष 2014 में 108 संजीवनी एक्सप्रेस एंबुलेंस को उड़ाने की घटना में शामिल रहा है। इस घटना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के पांच जवान और दो एंबुलेंस के कर्मचारी मारे गए थे। साथ ही यह वर्ष 2014 में कोलंेग गांव के सरपंच पंडुराम नाग की हत्या में भी शामिल था। अुर्जन के खिलाफ इस महीने की 10 तारीख को कोडेनार गांव में एक ग्रामीण की हत्या का भी आरोप है। इस महीने की एक तारीख को भी पुलिस दल ने चांदोमेटा गांव के जंगल में दो नक्सलियों को मार गिराया था।

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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर जिले के दरभा क्षेत्र को नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। लेकिन सुरक्षा बल के लगातार गस्त के कारण इस क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी कम हो गई है। वहीं सुरक्षा बल ने इस क्षेत्र में कई नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है तथा गिरफ्तार किया है।