बताते चलें कि गुजरात बीजेपी ने इस गैंगरेप में पार्टी सदस्यों का नाम आने के बाद शांतिलाल समेत 4 आरोपियों को पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। आरोपी भरत चौहान, विनोद उर्फ बाबा सेठ ठक्कर, उसका बेटा चेतन ठक्कर और अश्विन रविलाल ठक्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चेतन ठक्कर एक बीजेपी नेता है और स्थानीय चुनाव जीत चुका है।
महिला के पास से बीजेपी का आई कार्ड मिलने के बाद गुजरात कांग्रेस के नेताओं ने इस मामले में रिटायर्ड जज की अगुवाई में एसआईटी जांच की मांग की है।
राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि महिला के पास से जो आई कार्ड मिला है, उस पर महिला की फोटो लगी हुई है। जबकि उनकी पार्टी फोटो वाले आई कार्ड जारी ही नहीं करती है।
गौरतलब है कि महिला के साथ गैंगरेप की पहली वारदात साल 2015 में हुई थी। पीड़िता शांतिलाल की गैस एजेंसी पर काम करती थी। पीड़िता का आरोप है कि जब दिवाली पर उसने शांतिलाल से एडवांस सैलरी की मांग की तो उसने पीड़िता को घर आकर पैसे लेने की बात कही। पीड़िता के घर पहुंचने के बाद आरोपियों ने उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया और फिर उसके साथ गैंगरेप किया।
आरोपियों ने पीड़िता का वीडियो भी बनाया। जिसे वायरल करने की धमकी देकर आरोपी पिछले डेढ़ साल से पीड़िता को ब्लैकमेल कर रहे थे। पीड़िता की मानें तो आरोपी हर बार उसके साथ रेप करने से पहले उसे ड्रग्स देते थे।