नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी के. राजेंद्र ने जम्मू-कश्मीर के हालात को ‘बेहद नाजुक’ बताते हुए कहा कि राज्य में 300 आतंकी सक्रिय हैं। डीजीपी ने कहा है कि राज्य के हालात में अभी भी सुधार नहीं है और 300 सक्रिय आतंकी हमले की फिराक में हैं। इसके अलावा, सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें भी चिंता पैदा करने वाली हैं।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की अगुआई में हुई सीनियर अफसरों की बैठक में डीजीपी ने कहा कि ‘सीमा के इलाकों में लगातार घुसपैठ चिंताजनक है। ये कोशिशें सारा खेल बदल सकती हैं।’ चार महीने पहले हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर में खात्मे में बाद शुरू हुई हिंसा के बाद घाटी के हालात पर डीजीपी ने कहा कि स्थिति सामान्य जरूर हो रही है, लेकिन हालात अभी भी ‘बेहद नाजुक’ बने हुए हैं।
डीजीपी ने कहा कि राज्य में आतंकियों के हमले की आशंका के मद्देनजर हमने अगले दो-तीन माह के लिए एक रोडमैप तैयार किया है। डीजीपी ने कहा कि अशांति के दौरान प्रदर्शनकारियों और शरारती तत्वों नें 70 इमारतों को निशाना बनाया। इन 70 में 53 इमारतें पूरी तरह से ध्वस्त कर दी गईं। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि घाटी में सुरक्षाबलों को आतंकियों और सीमा पार से पाकिस्तानी फायरिंग, दोनों मोर्चों पर लड़ना पड़ रहा है। पाकिस्तान फायरिंग की आड़ में भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश करता है।