अलीगढ़ : अलीगढ़ भी कैराना की राह पर जा सकता है। फर्क सिर्फ इतना भर है कि वहां रंगदारी ने पलायन कराया तो यहां आबरू पर खतरा सिर उठा रहा है। अति संवेदनशील मुहल्ले बाबरी मंडी में बुधवार रात नवविवाहिता से छेड़छाड़ और विरोध करने पर उसी के परिजनों को निशाना बनाकर पथराव की घटना के बाद आक्रोश गुरुवार को भी खूब फूटा।
आए दिन की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का हवाला देते हुए लोगों ने ‘दुकान-घर बिकाऊ हैं’ के बोर्ड टांग दिए। महापौर शकुंतला भारती की अगुवाई में भाजपाइयों ने पूरी रात सासनीगेट थाना भी घेरे रखा। गुरुवार सुबह बाबरी मंडी बाजार बंद कर प्रदर्शन हुआ। कैराना की याद दिलाते ‘बिकाऊ है’ के बोर्ड देखकर पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के होश उड़ गए। बोर्ड उतरवाने को लेकर अफसरों से भाजपाइयों की तकरार भी हुई। सीओ द्वितीय सोमदत्त शर्मा ने ‘टुच्ची राजनीति’ का कमेंट किया तो आगबबूला भाजपाइयों की उनसे नोकझोंक और धक्कामुक्की तक हो गई।पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का समय मांगा है। गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। बात बनी तो पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर ‘बिकाऊ है’ के बोर्ड भी हटवा दिए।
उधर पुलिस का मानना है कि ये बोर्ड भाजपाइयों के उकसावे पर लगाए गए थे। उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी भी हो रही है। सीओ प्रथम राजकुमार सिंह का कहना है कि बाबरी मंडी में घरों-दुकानों पर ‘बिकाऊ है’ के बोर्ड लगाये गये थे। इन्हें उतरवा दिया है। प्रदर्शन की वीडियो रिकार्डिग भी कराई गई है। पुलिस भले ही इसे भाजपा का कथित नाटक बताकर स्थिति की गंभीरता को नजरअंदाज कर रही हो लेकिन घरों और दुकानों पर बिकाऊ हैं के बोर्ड टांगने की नौबत क्यों आयी, इस पर चुप है।एसएसपी लव कुमार का कहना है कि पीड़ित महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं। जबकि प्रभारी डीएम अवधेश कुमार तिवारी का कहना है कि बोर्ड लगाने वालों और इसके लिए उन्हें उकसाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। हम इसकी तहकीकात करा रहे हैं।
पीड़ित महिला ने आमिर, भूरा, शादाब व मुन्ना के बेटे मोटा के खिलाफ छेड़खानी, चेन लूट और मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता के ससुर ने छेड़खानी के बाद मारपीट, पथराव व जानलेवा हमले में दानिश, हाजी सुहेल, शादाब, राशिद, टैनू, इस्माइल व छोटे को नामजद किया है।
क्या है पूरा मामला
कवाल गांव निवासी इरशाद (16) पुत्र शकील घर के बाहर सोता था। परिजनों के अनुसार, सोमवार की रात उसके फोन पर कॉल आई। इसके बाद वह कहीं चला गया। मंगलवार को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। बुधवार शाम परिजनों ने इरशाद की बरामदगी को लेकर गांव में जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने गुरुवार की सुबह तक मोहलत मांगी और इरशाद का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। रात करीब एक बजे एसओजी की टीम ने कवाल में बस अड्डे के निकट दूसरे समुदाय के व्यक्ति की चक्की से शव बरामद कर लिया। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक, इरशाद का पड़ोस की किशोरी से प्रेम संबंध था। इसके चलते भाइयों ने किशोरी से इरशाद को फोन करके बुलवाया और गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने किशोरी के भाई पवन व मनोज को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरा आरोपी मिंटू फरार है। लापरवाही बरतने पर इंस्पेक्टर जानसठ अजय गौतम को निलंबित कर दिया गया है।