निक्सन ने कहा, ”मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि पूर्व इराकी नेता ने देश में परमाणु कार्यक्रम को वर्षों पहले रोक दिया था और उसे फिर से शुरू करने का कोई इरादा नहीं था।
तब उस कमरे में निक्सन के साथ पॉलिग्राफ़र और एक अनुवादक मौजूद था। पहले सेशन के अंत में निक्सन ने सद्दाम के साथ बढ़िया माहौल बनाकर बात करने की कोशिश की। निक्सन ने कहा कि सद्दाम को महीनों के लिए छिपा दिया गया था। उन्होंने कहा कि शुरुआत सकारात्मक थी लेकिन सद्दाम जब दोबारा आए तो ज़्यादा संदिग्ध लग रहे थे। मेरा मानना है कि मैंने जितने लोगों से मुलाक़ात की उसमें उनमें सद्दाम जितना संदिग्ध कोई नहीं था।
निक्सन भी मानते हैं कि इराक में सद्दाम के जाने के बाद स्थिति और बुरी हुई है। पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बुश के बारे में उन्होंने कहा कि वह सच तक नहीं पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि बुश प्रशासन को नहीं पता था कि सद्दाम हुसैन के जाने के बाद इराक़ में क्या होगा।