केजरीवाल की ओर से चड्ढा ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी के दानदाताओं के मुद्दे पर पाक साफ होकर सामने आने तथा जंतर-मंतर पर इस पर बहस करने की चुनौती दी।
अन्ना हजारे ने कहा, ‘आपने कई वादे किए, जिनमें ‘आप’ को मिलने चंदे को पार्टी की वेबसाइट पर डालना शामिल है।’ उन्होंने कहा, ‘सामाजिक बदलाव, जिसके पक्ष में हम थे, की चर्चा फीकी पड़ रही है और राजनीति एवं धन महत्वूपर्ण होते जा रहे हैं। विनम्रता की भावना भी जा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘अन्यथा, आपने अपनी वेबसाइट से उन लोगों के नाम नहीं हटाए होते, जिन्होंने मुश्किल दौर में पार्टी को चंदा दिया।’ हजारे ने पार्टी के कामकाज को लेकर भी नाखुशी प्रकट की। उन्होंने कहा कि अन्य दल लोगों से चंदे स्वार्थ के लिए लेते हैं, जबकि लोग आपको बदलाव लाने के लिए चंदा देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘आपने ग्राम स्वराज पर एक पुस्तक लिखी। जिस तरह चीजें हो रही हैं… क्या यह ग्राम स्वराज का मार्ग है? यह प्रश्न मेरे सामने खड़ा है। आपकी पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों के बीच क्या फर्क रह गया है?’ उन्होंने कहा, ‘आपने मुझसे और लोगों से बदलाव का वादा किया था। मुझे पीड़ा होती है, क्योंकि वादा पूरा नहीं किया गया. आपने मुझसे एवं लोगों से कई ऐसे वादे किए।’