भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की पांच चांदी की शहनाई चोरी हो गई। शनिवार को उनके बेटे काजिम हुसैन के चाहमामा-दालमंडी स्थित आवास से शहनाई चोरी की शिकायत दर्ज कराई। चोरी हुई शहनाइयों में उस्ताद की वो शहनाई भी शामिल है जिससे वह मोहर्रम की पांचवी और सातवीं तारीख पर आंसुओं का नजराना पेश करते थे। चोर पुरस्कार के रूप में मिली चांदी की कई तश्तरियां और लाखों रुपये के जेवरात भी उठा ले गये। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने चौक थाने पहुंचे काजिम फूट-फूट कर रो पड़े। इस शिकायत के बाद वाकये से प्रशासन में भी हड़कंप की स्थिति है।
शहनाई के सरताज उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के बेटे कासिम हुसैन ने एनबीटी को बताया, ‘अब्बा की चोरी गई शहनाइयों में चार शहनाइयां चांदी की और एक शहनाई मोहर्रम की पांचवीं और छठवीं तारीख को बजाई जाने वाली ऐतिहासिक लकड़ी की थी। चांदी की शहनाइयों में से एक पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, दूसरी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, तीसरी पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और चौथी चांदी की शहनाई शैलेश भगत ने उपहार में दी थी।’ काजिम के मुताबिक यह शहनाइयां अब्बू की अमानत थी।
बिस्मिल्लाह खान के पौत्र रजी हसन ने वाराणसी से भाषा को बताया ,‘‘ हमें कल रात इस चोरी के बारे में पता चला और हमने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। चोरी गए सामान में चार चांदी की शहनाइयां, एक चांदी की और एक लकड़ी की शहनाई, इनायत खान सम्मान और दो सोने के कंगन थे।’’ उन्होंने बताया ,‘‘ हमने पिछले दिनों दालमंडी में नया मकान लिया है लेकिन 30 नवंबर को हम सराय हरहा स्थित पुश्तैनी मकान में आए थे जहां दादाजी रहा करते थे। मुहर्रम के दिनों में हम इसी मकान में कुछ दिन रहते थे। जब नए घर लौटे तो दरवाजा खुला था और संदूक का ताला भी टूटा हुआ था। अब्बा (काजिम हुसैन) ने देखा कि दादाजी की धरोहरें चोरी हो चुकी थीं।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हमें पहले उम्मीद थी कि दादाजी की याद में म्युजियम बन जाएगा लेकिन नहीं बन सका। हम इतने साल से उनकी धरोहरों को सहेजे हुए थे। हमें क्या पता था कि घर से उनका सामान यूं चोरी हो जाएगा।’’
वाराणसी के एसएसपी नितिन तिवारी ने इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया ,‘‘ यह सही है कि बिस्मिल्लाह खान साहब की शहनाइयां चोरी हो गई हैं। उनके परिवार ने कल एफआईआर दर्ज कराई है। हम मामले की जांच कर रहे हैं और कोई सूचना मिलने पर जानकारी देंगे।’’