नई दिल्ली। भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब ‘आधार कार्ड’ अनिवार्य कर दिया गया है। नए नियमों के मुताबिक, श्रद्धालुओ के पास अगर आधार कार्ड नहीं है तो उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि, यह नियम विशेष प्रवेश दर्शन और लड्डू का प्रसाद लेने वालों पर ही लागू होगी। मंदिर के जन संपर्क अधिकारी टी रवि ने बुधवार(12 दिसंबर) को बताया कि तिरुमाला पहाड़ी पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में अभी पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को एक लड्डू फ्री तथा दो लड्डू छूट के साथ मिलते हैं। इसके अलावा विशेष प्रवेश दर्शन की भी व्यवस्था है।
अधिकारी के मुताबिक, अगर किसी श्रद्धालु के पास आधार कार्ड उपलब्ध नहीं है, तो वे इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए अन्य कोई भी पहचान का प्रमाणपत्र दे सकते हैं। रवि के अनुसार, जो भी श्रद्धालु पहचान प्रमाण पत्र नहीं देगा, उन्हें तिरुमाला आने की इजाजत तो होगी, लेकिन वे विशेष प्रवेश दर्शन और लड्डू की सुविधा नहीं प्राप्त कर सकेंगे।
आपको बता दें कि भगवान तिरुपति बालाजी को देश का सबसे अमीर देवताओं में से एक माना जाता हैं। तिरुपति जी के दरबार में अमीर और गरीब दोनों जाते हैं। आन्ध्र प्रदेश में स्थित तिरूपति बालाजी मंदिर देश के सबसे प्रसिद्ध और अति-समृद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। तिरूपति बालाजी को तिरूमाला वेंकटेश्वर भी कहा जाता है।