नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार(1 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि वह 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामलों को फिर से खोलें और पिछले साल 12 फरवरी को केंद्र की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा उनकी जांच कराएं।
‘आप’ नेता जरनैल सिंह ने यहां प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि वह ‘‘अगले तीन महीनों में मामलों की फिर से जांच कराएं या ‘आप’ सरकार को ऐसा करने दें ।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘1984 के पीड़ितों के समर्थन में ‘आप’ मंगलवार को मोहाली के साहिबजादा अजित सिंह नगर में एक दिन की भूख हड़ताल करेगी ।’’
‘आप’ नेता ने कहा कि ‘‘1984 के नरसंहार’’ के 32 साल बीत जाने के बाद भी पीड़ितों को ‘‘इंसाफ नहीं मिला’’, जबकि ‘‘दोषी खुलेआम घूम रहे हैं।’’
जरनैल ने कहा कि दिल्ली की ‘आप’ सरकार ने अपने 49 दिनों के कार्यकाल में 1984 के नरसंहार के मामलों की जांच कराने के लिए एसआईटी गठित की थी, लेकिन 12 फरवरी 2015 को दिल्ली में नई सरकार बनने से ठीक दो दिन पहले केंद्र सरकार ने अपनी एसआईटी बना दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि एसआईटी ने छह महीने में मामलों को फिर से खोलने का वादा किया, लेकिन अपने गठन के दो साल बीत जाने के बाद भी वह ऐसा नहीं कर सकी है।