नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता की आत्महत्या पर दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह ने केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ आप नेताओं द्वारा की जा रही बदसुलूकी की वजह से अब महिलाएं आत्महत्या भी करने लगी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से महिलाओं से अपराध करने के आरोपी सभी विधायकों एवं नेताओं को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर इस मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने शुक्रवार से मुख्यमंत्री आवास के सामने भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है।
आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ता की आत्महत्या को लेकर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि आप के नेताओं की प्रताड़ना से तंग आकर महिला आत्महत्या करने को मजबूर हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। भाजपा नेताओं ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के इस्तीफे की मांग की है।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय और दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बृहस्पतिवार सुबह लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल जाकर मृतक महिला के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। उपाध्याय ने पुलिस आयुक्त आलोक कुमार वर्मा से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की। जिससे कि नरेला से आप के विधायक शरद चौहान की भूमिका सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि महिला ने जून में एफआइआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यदि पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो महिला आत्महत्या करने को मजबूर नहीं होती। वहीं, विजेंद्र गुप्ता ने मृतक महिला के पति और बेटी के साथ प्रेसवार्ता कर आत्महत्या के लिए आप को जिम्मेदार ठहराया। गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में असफल रहे हैं। इसलिए उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि आप के दिल्ली प्रदेश के संयोजक दिलीप पांडेय ने महिला की शिकायत के बाद आरोपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय समझौता कराकर इस मामले को दबाने की कोशिश की। इसलिए उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नरेला के विधायक शरद चौहान के इशारे पर आप कार्यकर्ता रमेश भारद्वाज, श्रीकांत, अमित भारद्वाज व रजनीकांत महिला को प्रताड़ित कर रहे थे। जहर खाने के बाद महिला को दिल्ली सरकार के राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। वहीं, लोक नायक अस्पताल में एसडीएम ने बयान दर्ज नहीं किया। उन्होंने कहा कि जहर खाने से पहले के महिला कार्यकर्ता के एसएमएस तथा ऑडियो टेप में जिन लोगों के नाम हैं उनके खिलाफ अविलंब मामला दर्ज किया जाए। वहीं, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि पुलिस आरोपियों को सजा दिलाए। इस मामले की जांच हाई कोर्ट के न्यायाधीश की देखरेख में होनी चाहिए। मजिस्टेट जांच से सच्चाई सामने नहीं आएगी। आप इसे राजनीतिक मुद्दा बताकर दोषियों को बचाने की कोशिश न करे।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। महिला ने आप के एक कार्यकर्ता पर अश्लील टिप्पणी करने और धमकी देने का मामला दर्ज कराया था। बताया जा रहा है कि पार्टी के एक बड़े नेता ने महिला व आरोपी का समझौता भी कराया था।