देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में दिवाली के बाद आसमान में धुंआ छाया हुआ है। गुरुवार को मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर इस धुंध के चलते 20 से अधिक वाहनों की टक्कर हो गई जिसमें कई लोग घायल भी हुए। इस धुंध की वजह से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है जिससे लोगों को अपने आगे चलने वाली गाड़ी भी ठीक से नहीं दिखाई दे रही है।
बताया जा रहा है कि ये दुर्घटना दिल्ली-एनसीआर में फैसले घने कोहरे की वजह से हो रही है। आपको बता दें कि दीवाली पर पटाखों से उठे धुएं की वजह से उत्तरी भारत के कई हिस्सों में प्रदूषण का स्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है। यहां तक की तीन दिन बाद भी हवा में धुआं फैला हुआ है और रास्ते पर धुंधलापन छाया हुआ है।
दिवाली के तीन दिन बाद भी एयर क्वालिटी काफी खराब है। विशेषज्ञों की मानें तो कम तापमान और हवा में करीब बिल्कुल गति नहीं होना प्रदूषण के उच्च स्तर पर बने रहने के प्रमुख कारण हैं। सुबह के समय प्रदूषण का शीर्ष स्तर (पीएम 2.5 और पीएम 100) सुरक्षित सीमा से करीब दस गुना अधिक दर्ज किया गया। सभी निगरानी स्थलों पर दिन चढ़ने के साथ इसका स्तर धीरे धीरे नीचे आया। इन सूक्ष्म कणों की सुरक्षित सीमा क्रमश: 60 एवं 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है।
गौरतलब है कि 165 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेसवे, दिल्ली के पास नोएडा और आगरा को जोड़ता है और इससे पहले भी इस रास्ते पर कोहरे की वजह से दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले साल जनवरी में ही ऐसे एक हादसे में 50 कारें आपस में टकरा गईं थी जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी और करीब 2 दर्जन लोग घायल हुए थे।