देश भर में अभी चिकनगुनिया का कहर ख्तम भी नहीं हुआ था, कि बर्ड फ्लू ने अपना कहर ढाना शुरू कर दिया है। दिल्ली के बाद केरल में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है।
केरल के तटीय अलपुझा जिले की बत्तखों में इसके विषाणु पाये गए हैं, जिसके बाद जिला प्रशासन ने त्वरित प्रतिक्रिया दल गठित करने के साथ विभिन्न उपाय किए। एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को बताया गया कि भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में नमूनों के परीक्षण के बाद राज्य की बत्तखों में इस विषाणु के होने की पुष्टि हुई। इसमें कहा गया कि बर्ड फ्लू के मामले थाकाझी, रमनकारी, पांडी, पल्लीपड और कैनाडी में सामने आए हैं। हालांकि, हड़बड़ाने की कोई जरूरत नहीं है। कुछ किसानों ने दावा किया है कि उनकी कई बत्तखें मर गई हैं।
जिला कलेक्टर वीना एन माधवन ने कहा कि एच5एन8 विषाणु से ग्रस्त बत्तखों को अलग करके उन्हें मारने के लिए बीस त्वरित प्रतिक्रिया दलों का गठन किया गया है। राज्य पशुधन विभाग ने बुखार या सर्दी-जुकाम से पीड़ित लोगों को इन पक्षियों से दूर रहने की सलाह दी है। बयान में कहा गया कि आशंका है कि पाकिस्तान और दिल्ली से होते हुए साइबेरिया से आने वाले प्रवासी पक्षियों से तटीय केरल में यह विषाणु आया हो। इस बीच, अलपुझा से सांसद केसी वेणुगोपाल ने केंद्र सरकार से संकट की स्थिति से निपटने के लिए राज्य को मदद के लिए कदम उठाने को कहा।
अगली स्लाइड में पढ़े मामले को सुलझाने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री वेणुगोपाल ने की प्रभावित क्षेत्र में विशेषज्ञ दल भेजने की मांग।