बड़े वक्त बाद सपा कुनबे में हुए घमासान पर कुछ भी बोलने से हमेशा बचते रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी। अखिलेश ने माना कि पिछले वर्ष समाजवादी पार्टी में हुई खींचतान के दौरान उन पर निशाना साधा जा रहा था। भले ही सीएम अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव का सीधे-सीधे नाम ना लिया हो, लेकिन उनका इशारा वहीं था।
मैनपुरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ लोगों ने उनकी भी साइकिल छीनने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने साइकिल इतनी तेज दौड़ा दी कि छीनने वाले पीछे रह गए। अखिलेश यादव ने कहा, ‘कुछ लोगों ने मेरी भी साइकिल छीन ली होती, लेकिन मैंने साइकिल इतनी तेज दौड़ा दी कि वो पीछे रह गए।’
अखिलेश यादव ने कहा कि जिन्होंने नेताजी और मेरे बीच खाई पैदा की है, इटावा के लोग उसे सबक सिखाने का काम करें। अखिलेश ने कहा कि ये मेरी ईमानदारी है कि मैं हिसाब-किताब नहीं मांग रहा हूं। उनके पास बूथों पर खर्च करने के लिए पैसा है। उनपर नजर रखी जाए।