पीड़ित युवती ने बताया कि उसके मामा नौकरी के बहाने बार-बार मिलने की कोशिश करते थे। शपथ ग्रहण के दिन 19 मार्च को उन्होंने नॉवेल्टी सिनेमा के पास बुलाया। वह अपने एक दोस्त के साथ आई थी। विधायक ने भांजी को कहा कि वह उसके साथ चले। युवती ने कम्प्यूटर खरीदने की बात कहते हुए इन्कार कर दिया। मामा ने कहा कि अब विधायक बन गया हूं, तुम्हारा भविष्य बना दूंगा। दोस्तों से मुलाकात कराने का दबाव डाला बहुखंडी आवास में विधायक ने भांजी से कहा कि अपनी दोस्तों से मुलाकात कराओ। युवती ने मना किया तो वह दबाव डालने लगे। इस पर युवती ने कहा कि उसकी बहुत ज्यादा दोस्त नहीं हैं। उसे जाल में न फंसता देख विधायक ने कहा कि तुम मिलने के लिए आती-जाती रहा करो। उन्होंने यह भी कहा कि कल रात इसी फ्लैट में एक लड़की आई थी, जिसे तीन हजार रुपये दिए थे। जब हम दूसरों को रुपये दे सकते हैं तो तुमसे क्या दिक्कत है। तुम तो अपनी हो। पैसा घर पर ही रहेगा। युवती ने मामा की हरकतों की जानकारी अपनी मां को दी थी।
बकौल पीड़िता, 20 मार्च को मामा ने फिर फोन किया और नॉवेल्टी के पास बुलाया। उन्होंने अपनी कार भाजपा कार्यालय में खड़ी कर दी। गनर को कार में ही छोड़कर वह रिक्शे से नॉवेल्टी पहुंचे। युवती अपनी कार से आई थी। वह उसकी कार में बैठ गए और बहुखंडी इमारत ले आए। यहां उन्होंने अश्लील हरकतें करनी शुरू कर दी। इस बीच किसी ने दरवाजा खटखटाया। विधायक ने दरवाजा खोला तो बाहर उनके दो परिचित खड़े थे। युवती इसका फायदा उठाकर वहां से निकल गई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हजरतगंज कोतवाली में पुलिस अधिकारियों के सामने विधायक ने मामला दबाने के लिए भांजी को 20 लाख रुपये देने की पेशकश की। हालांकि, उसने इन्कार कर दिया। विधायक ने पुलिस अधिकारियों से दबाव डलवाया तब भी युवती नहीं मानी। काफी प्रयास करने के बाद भी बात नहीं बनी तो विधायक पुलिस अधिकारियों के सामने भांजी के पैरों पर गिर पड़े। उन्होंने माफी मांगी लेकिन पीड़िता राजी नहीं हुई।