पिछले कुछ दिनों से लगता है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं यही वजह है कि अमित शाह जहां भी जातेे हैं, जो भी करते हैं वहां कुछ न कुछ विवाद खड़ा हो जाता है। हाल ही में अमित शाह को अपनी कई रैलियों में बगावत और जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा। पहले सूरत तो फिर हरियाणा। कहीं लोगों ने अमित शाह के विरोध में नारेबाजी की तो कहीं उन्हें काले झंडे दिखाए गए। अब एक बार फिर अमित शाह एक और फसाद में फंसते नज़र आ रहे हैं। दरअसल केरल में मनाये जाने वाले ओणम त्योहार को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा दी गई बधाई के बाद बवाल खड़ा हो गया है। शाह ने बधाई तो दी, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने बधाई दी, उसे केरलवासियों ने अपना और अपने त्योहार का अपमान करार दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री पी विजयन ने भी शाह की बधाई को लेकर निंदा की है।
इस विवाद की जड़ तक जाने के लिए आपको तस्वीर का सहारा लेना पड़ेगा, दरअसल अमित शाह की तस्वीर में असुरों के राजा महाबली के सिर पर वामन पैर रखे हुये दिखाई दे रहे है। इसे लेकर केरल में विवाद खड़ा हो गया है। शाह की बधाई और केसरी में छपे लेख को लेकर विपक्षी दलों ने बीजेपी व संघ पर निशाना साधा है।
आपको बता दें कि ओणम जिस दिन शुरू हुआ है, उसी दिन वामन जयंती भी मनाई जाती है। आरएसएस द्वारा मलयालम भाषा में प्रकाशित मुख पत्र केसरी में यह लिखा गया है कि वामन अवतार के उपलक्ष्य में ही ओणम त्योहार मनाया जाता है तो वहीं शाह ने भी बधाई के लिये जिस तस्वीर का उपयोग किया है उसे लेकर ये विवाद खड़ा हुआ है।
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