वहीं, कहा जा रहा है कि एटीएम में जिस शख्स ने आखिरी बार पैसे डाले थे, उसकी पहचान सीसीटीवी से हो गई है। संगम विहार थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 406, धारा 409 और धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैंक ने एसबीआई एटीएम के लिए काम करने वाली ब्रिंक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संरक्षक मोहम्मद ईशा की इस मामले में जवाबदेही तय की है क्योंकि घटना के वक्त वही संरक्षक थे।
वहीं, हालांकि, ईशा ने इस घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है, लेकिन उनसे पूछताछ की जा रही है। नोटों पर आरबीआई की जगह पीके भी लिखा था और बायीं ओर के सिरे पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह ‘भारतीय मनोरंजन बैंक’ लिखा था। पीड़ित व्यक्ति रोहित कुमार ने पुलिस को बताया कि उनके खाते में 8,425.85 रुपए थे, जिनमें से उन्होंने 8,000 रुपए निकाले जो दो-दो हजार रुपए के नकली नोट थे ।
ये किसने छापे, ATM कैसे पहुँचे? बड़ा संगीन मामला है। कोई जाँच होगी या मोदी जी इसे भी वैसे ही दबा देंगे जैसे अपने बाक़ी पाप दबा देते हैं? https://t.co/UkVsec01Lb
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 22, 2017