देश में संभवत: पहला मामला सामने आया है, जब एक बैंक मैनेजर गलत तरीके से कैश बांटते पकड़ा गया है।मामला नोएडा के फेज टू स्थित ओबीसी (ओरिएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स) का है।बैंक मैनेजर मनोज शर्मा ने कतार में लगे दर्जनों लोगों को रविवार शाम कैश खत्म होने की बात कहकर बैंक बंद कर दिया। इसके बाद करीबी लोगों को एक लाख और उसे ज्यादा की नकदी बांटने लगा। इसकी शिकायत कतार में लगे व्यक्तियों की तरफ़ से जिलाधिकारी एनपी सिंह को की गई।उन्होने तत्काल कोतवाली फेज दो प्रभारी को मौके पर भेजा। एक व्यक्ति को एक लाख देते मैनेजर का पुलिस ने वीडियो बना लिया।अब डीएम ने मैनेजर मनोज शर्मा के खिलाफ़ कार्यवाई के लिए ओबीसी बैंक के चेयरमैन और संयुक्त सचिव बैंकिंग सेवा भारत सरकार को रिपोर्ट भेज दी है।मंगलवार को बैंक खुलने तक मैनेजर के खिलाफ़ कार्यवाई नहीं हुई तो पुलिस की निगरानी में बैंक में कैश बांटा जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि बैंक मैनेजर मनोज शर्मा अपने लोगों को कैश देने के लिए बल्क में पहचान पत्र ले रहा था। जिस व्यक्ति को एक लाख रुपये दिए गए उससे 25 लोगों के पहचान पत्र लिए गए थे। सभी पर अलग अलग लोगों के हस्ताक्षर थें कोतवाली फेज दो प्रभारी अनिल प्रताप सिंह ने बताया कि बैंक मैनेजर कैश देने के लिए अपने निकटस्थों को बुला रहा था। कुछ लोगों को उसने 40-40 हजार रुपये भी दिए हैं। अपने लोगों को कैश बांटते मैनेजर के पकड़े जाने के बाद लोगों ने हंगामा किया। कोतवाली फेज दो पुलिस ने जिलाधिकारी की तरफ़ से मैनेजर के खिलाफ़ की जा रही कार्यवाई की जानकारी लोगों को दी जिसके बाद लोग शांत हुए। बैंक के सामने खड़े लोग ये कहते भी सुने गए कि ‘ये आदमी मोदी जी के सपने को चूना लगा रहा है’।