इन दिनों बाजार में 2000 के नए नोट का छुट्टा ढूंढने से ज्यादा आसान काम है 1 करोड़ 35 लाख रुपये की कैशवैन चुराना। क्योकि 2000 के नए नोट तो लोगोंं को मिल रहे है लेकिन उन्हें छुट्टा कराना एक बहुत बड़े ट्रास्क की तरह हो गया है। एक ऐसा ही वाक्या सामने आया बेंगलुरु से जहां चोरी हुई कैशवैन की घटना तो इसी बात की ओर इशारा कर रही है कि अब आम लोगों की ही तरह चोरों को भी 2000 के नए नोट नहीं चाहिए। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि बुधवार दोपहर केजी रोड से चोरी हुई कैशवैन में 1 करोड़ 35 लाख रुपये थे। बुधवार रात में ही वसंतनगर इलाके में लावारिस हालत में मिली वैन से 45 लाख रुपये बरामद किए गए जो सभी 2000 के नए नोट थे। जबकि 100-100 के नोट वाले 92 लाख रुपये गायब थे।
माउंट कार्मल कॉलेज के पास यह कैश वैन लावारिस हालत में पड़ी थी। कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी। पुलिस की चार टीमें बनाई गई हैं जो कैशवैन के ड्राइवर डॉमिनिक रॉय की तलाश में लगी हैं। शहर के डीसीपी एम एन अनुचेत ने बताया, बुधवार दोपहर हुई घटना के बाद से शहर के पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था और कैशवैन की तलाश की जा रही थी। वसंतनगर में माउंट कार्मल कॉलेज के पास कैशवैन के होने की पुलिस को सूचना मिली। घटनास्थल पर पहुंचने पर हमने देखा कि कैशवैन में सुरक्षाकर्मी की बंदूक और 45 लाख रुपये रखे थे।