चिलचिलाती गर्मी में मॉनसून की बारिश ने लोगों को तो राहत दी है लेकिन देश के बेंगलुरु में झील के किनारे रहने वाले लोगों के लिए यह बारिश बड़ी समस्या बन गई है। इस वीकेंड पर हुई बारिश से वर्थुर झील से अचानक झाग निकलने लगा।
शहर की कई दूसरी झीलों की तरह वर्थुर झील में भी प्रदूषण की वजह से ये झाग बनता है। झील के किनारे बनाई गई बाउंड्री वॉल इस झाग से स्थानीय आबादी को महफूज रखती है। लेकिन पिछले हफ्ते हुई बारिश से झील का जलस्तर बढ़ा तो ये झाग भी सड़कों पर आ गया। इसके चलते व्हाइटफील्ड मेन रोड पर आवाजाही करने वाले लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ा। इस झाग से संपर्क कई तरह की बीमारियों को न्योता दे सकता है लिहाजा सड़क पर लोग इससे बचते दिखे। फिर भी कई बाइक सवारों के हेलमेट में झाग घुस गया। झाग से निकलने वाली दुर्गंध स्थानीय लोगों का जीना और ज्यादा मुहाल कर रही है।
वर्थुर झील से निकलते झाग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसके बाद शहर के लोग इस समस्या को नजरअंदाज करने के लिए स्थानीय प्रशासन की आलोचना कर रह हैं। हालांकि शनिवार को बेंगलुरू डेवेलपमेंट अथॉरिटी के कमिश्नर राकेश सिंह ने वर्थुर झील के आसपास के इलाकों का दौरा किया।
बेंगलुरू की तरह बाकी झीलों का भी हाल कुछ ऐसा ही है। बारिश के मौसम में बेलंदुर झील से भी इसी तरह झाग निकलता देखा गया है। इस मौसम में सुब्रमण्यपुरा झील के पश्चिमी हिस्से में भी यही समस्या सामने आई। स्थानीय लोग इसके लिए झील के कुछ हिस्से के अतिक्रमण को जिम्मेदार मानते हैं। झाग के सैंपल लेबोरेट्री में जांच के लिए भेजे गए हैं।