उत्तराखंड चुनाव में ‘पीके’ को लाने पर बीजेपी का तंज- कांग्रेस को अपने नेताओं पर भरोसा नहीं

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प्रशांत किशोर

उत्तराखंड में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिये कांग्रेस द्वारा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सेवायें लेने पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस को अपनी हालत खस्ता होने का अहसास हो गया है इसीलिये वह अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा भी नहीं कर रही है।

 

यहां जारी एक बयान में बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ देवेन्द्र भसीन ने कहा, “कांग्रेस आलाकमान द्वारा उत्तराखंड में प्रोफेशनल रणनीतिकार भेजने से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं को राज्य में पार्टी की खस्ता हालत होने का पता लग गया है और वे उत्तराखंड के नेताओं पर भरोसा भी नहीं कर रहे हैं। अब वे सोच रहे हैं कि शायद प्रोफेशनल रणनीतिकार ही प्रदेश में कुछ कर पाये ।” हालांकि उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस की काठ की हांड़ी एक बार चूल्हे पर चढ़ चुकी है इसलिये उसके दोबारा चूल्हे पर चढ़ने की कोई भी गुंजाईश नहीं है।

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भाषा की खबर के मुताबिक, मुख्यमंत्री द्वारा आम बजट से पहले केंद्र सरकार को अपनी मांगें भेजे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भसीन ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही वक्त बचने के मददेनजर अब उन्हें जनता को केंद्र से की जा रही मांगों का विवरण नहीं बल्कि अपनी सरकार द्वारा राज्य के विकास के लिए किये गये कार्यों का रिपोर्ट कार्ड देना चाहिये। उन्होंने कहा कि पहले अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार उत्तराखंड को एक के बाद एक बड़ी विकास योजनायें दे रही है लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार केंद्र की मदद का सही उपयोग ही नहीं करना चाहती। भसीन ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में केवल घोटाले, भ्रष्टाचार, लूट और कमीशनखोरी के कारनामे ही हैं और ऐसे में कांग्रेस के पास विकास के नाम पर बताने के लिए कुछ भी नहीं है।

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