हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 20 से ज्यादा ठिकानों पर सीबीआई की एंटी करप्शन यूनिट की तरफ से छापे मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि गुड़गांव, पंचकूला, चंडीगढ़, दिल्ली, रोहतक में छापेमारी की गई है। इसमें हुड्डा के रोहतक स्थित आवास के साथ ही तीन गुड़गांव, 9 दिल्ली, तीन चंडीगढ़ और तीन पंचकूला के ठिकाने शामिल हैं। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि यह छापेमारी मानेसर जमीन घोटाले के मामले में हुई है। हुड्डा के अलावा छतर सिंह, एमएल दयाल और एसबी ढिल्लन के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं।
क्या है पूरा मामला ?
बताया जा रहा है कि हुड्डा सरकार के समय तीन गांवों की करीब 400 एकड़ जमीन अधिग्रहण के बाद बिल्डरों को बेचने का मामले के चलते यह छापेमारी की गई है। सितंबर 2015 में अज्ञात ऑफिसर व अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज हुआ था। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में अधिग्रहण की प्रक्रिया चली थी। इसमें पहले गुडगांव पुलिस ने केस दर्ज किया था, इसके बाद पिछले साल सरकार ने सीबीआई को केस सौंप दिया था। सीबीआई ने इसी मामले में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ-साथ कई अधिकारियों के यहां भी छापेमारी की है।
मानेसर में कांग्रेस सरकार की करीब 972 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर डीएलएफ और कुछ अन्य बिल्डरों को देने के मामले में राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। कटघरे में खड़ी हुड्डा सरकार पर इस अधिग्रहण और इसे बिल्डर्स को बेचान मामले में ज़मीन के वास्तविक मालिकों को 1500 करोड़ रूपए का नुकसान पहुंचाने के भी आरोप है। राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।