नई दिल्ली। दिल्ली में चिकनगुनिया और डेंगू की स्थिति गंभीर बनी हुई है और इन दोनों बुखारों से मरने वालों की संख्या 30 हो गई है। इन दोनों बीमारियों के करीब 2,800 मामले सामने आए हैं।
दक्षिणी दिल्ली के 75 साल के एक व्यक्ति की चिकनगुनिया की वजह से गुरुवार(15 सितंबर) को मौत हो गई, जिससे इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 12 हो गई।
जे डी मदान की भी सुबह सर गंगाराम अस्पताल (एसजीआरएच) में मौत हो गयी। अस्पताल में पिछले चार दिनों में पांच लोग इस बीमारी की भेंट चढ़ चुके हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में इस मौसम में 11 सितम्बर तक चिकनगुनिया के मामलों की संख्या 1,724 थी और क्लीनिक मरीजों से खचाखच भरे हुए हैं।
वहीं राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू से मरने वालों की संख्या गुरुवार(15 सितंबर) को 18 हो गई और इनमें से आधे लोगों की मौत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हुई है। दिल्ली में डेंगू के इस साल 1,100 से अधिक मामले सामने आए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में कम से कम 1,158 डेंगू के मामले सामने आए, जिनमें से करीब 390 मामले सितंबर के पहले 10 दिनों में रिकार्ड किये गये थे। यह वह महीना है जिसमें मच्छर जनित बीमारी के मरीजों की तादाद बढ़ने लगती है।
इस सत्र में तीन सितंबर तक 770 से अधिक मामले सामने आने की रिपोर्ट है। इनमें से अकेले अगस्त में 652 मामले सामने आए थे। साल 1996 में दिल्ली में डेंगू की सबसे भयावह स्थिति थी। उस साल करीब 10,252 मामले सामने आए थे और 423 लोगों की मौत हुई थी।