कानपुर के हैलट अस्पताल में समय पर इलाज न मिलने पर 12 साल के बच्चे की मौत के मामले में सीएम अखिलेश यादव को भी परेशान कर दिया। बच्चे की मौत के मामले पर तिलमिलाए सीएम ने घटना को संज्ञान में लेते हुए उत्तर कानपुर के लाला लाजपत राय चिकित्सालय के सीएमस को निलंबित कर दिया है।
कानपुर मेडिकल कालेज से संबद्ध लाला लाजपत राय चिकित्सालय (हैलट) की इमरजेंसी से स्ट्रेचर नहीं मिलने पर बाल रोग चिकित्सालय तक बच्चे को कंधे पर लादकर ले जाने और इलाज में लापरवाही से उसकी मौत हो जाने के मामले को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गंभीरता से लिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ.सीएस सिंह को निलंबित करने के आदेश दिये हैं। साथ ही जिलाधिकारी से मामले में पूरी रिपोर्ट भी तलब की है।
क्या था पूरा मामला ?
मैं डॉक्टरों के सामने गिड़गिड़ाया… मैं कह रहा था एक बार बच्चे की जांच कर लो… आधा घंटे बीत गया, लेकिन कोई इलाज नहीं मिला… आखिरकार मेरे बेटा चला गया।
ये दर्दनाक कहानी है यूपी के कानपुर के रहने वाले उस बदनसीब बाप की, जिसके 12 साल को बेटे ने इलाज की आस में, उसकी गोद में ही दम तोड़ दिया। पीड़ित परिवार के मुताबिक, सुनील कुमार के 12 साल के बेटे अंश को तेज बुखार था। अंश को लेकर पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से शहर से सबसे बड़े एलएलआर अस्पताल ले जाने को कहा गया, लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी। मानों जैसे इंसानियत ही मर गई थी।
खबर है कि अस्पताल के इमरजेंसी डिपार्टमेंट ने अंश को भर्ती करने से इनकार कर दिया। उसे बच्चों से मेडिकल सेंटर ले जाने को कह दिया गया, लेकिन किसी ने स्ट्रेचर देने तक की मदद नहीं की। मजबूरन अपने अचेत बेटे को कंधे पर लेकर पिता यहां वहां भटकता रहा और आखिरकार मासूम ने दम तोड़ दिया। मेडिकल सेंटर वहां से करीब 250 मीटर दूर था।