तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ा है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वह पिछले 73 दिनों फेफड़ों में संक्रमण के कारण चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं। हार्ट अटैक के बाद उन्हें सीसीयू( क्रिटिकल केयर यूनिट) में रखा गया है।
उन्हें 22 सितंबर को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में बुखार और पानी की कमी की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था। जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की खबर के फैलते ही अपोलो अस्पताल के सामने उनके समर्थकों की भीड़ एकत्र हो गई है। इसके बाद अस्पताल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के डीजी को भी चेन्नई के लिए रवाना होने के कहा गया है ताकि कानून व्यवस्था को नियंत्रण में रखा जा सके। इन दोनों के सुबह 4.30 बजे चेन्नई पहुंचने की संभावना है। लंदन के डॉक्टर रिचर्ड बिएल से अपोलो में जयललिता का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बात की है। स्थिति को देखते हुए जयललिता को ईसीएमओ सपोर्ट पर रखा गया है। एम्स दिल्ली से डॉक्टरों की एक टीम को भी चेन्नई भेजा गया है।
मुंबई दौरे पर गए तमिलनाडु के राज्यपाल भी कार्यक्रम बीच में छोड़कर विशेष विमान से तमिलनाडु लौट रहे हैं। जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की खबर आने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चेन्नई के राज्यपाल सी विद्यासागर राव से बात की। राज्यपाल चेन्नई पहुंच गए हैं और सीधे अपोलो अस्पताल के लिए रवाना हो गए हैं। राजनाथ सिंह ने लोकसभा के उपसभापति और एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता एम थंबीदोरई से भी बात की और स्थिति की जानकारी ली। अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने प्रेस रिलीज जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि जयललिता को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ा है। हालांकि इससे पहले अस्पताल प्रबंधन बेहद कम जानकारियां ही सबके सामने ला रहा था। विदेशी डॉक्टरों और एम्स की तीन सदस्यीय टीम टीम उनका इलाज कर रही है। इसके बाद तमिलनाडु में अर्धसैन्य बलों को अलर्ट कर दिया गया है।
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