गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। यह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है। सीएम ने 45 दिनों में अधिकारियों से रिपोर्ट सौंपने को कहा है। 27 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट विकास परियोजना का निरीक्षण किया था और उसकी प्रगति पर असंतोष जताया था। योगी ने करीब 1500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली गोमती रिवरफ्रण्ट परियोजना का निरीक्षण करते हुए कहा था कि मई 2017 तक पूरी हो जाने वाली इस परियोजना का अभी तक 60 फीसदी से भी कम काम हो पाया है। इस पर अब तक 1427 करोड़ रुपये खर्च हो चुकने के बावजूद विभाग द्वारा लगभग 1500 करोड़ रुपये अतिरिक्त उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है।
योगी ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की थी कि लगभग 1400 करोड़ रुपये से अधिक व्यय करने के बाद भी गोमती नदी में गिरने वाले नालों को रोका नहीं जा सका है। कार्यदायी संस्थाओं ने फव्वारे जैसे गैर-जरूरी कामों पर जनता की गाढ़ी कमाई को खर्च कर दिया और लखनऊ की जनता को इसका कोई लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।