कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया CPM के नेता ने सेना को लेकर विवादित बयान दिया है। केरल सीपीएम के सचिव बालकृष्ण का कहना है कि सेना को अगर पूरी ताकत दे दी जाती है, तो वे कुछ भी कर सकते हैं। सेना किसी महिला का अपहरण और रेप कर सकती है, किसी को गोली मार सकती है, लेकिन किसी को उनसे सवाल करने का हक नहीं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कन्नूर में बालकृष्णन ने अल्पसंख्यकों के संरक्षण पर एक सेमिनार में कहा, ‘वे (सेना) किसी के साथ कुछ भी कर सकते हैं। चार से ज्यादा लोगों को साथ देखने पर उन्हें गोली मार सकती है… वह किसी भी महिला को उठा कर दुष्कर्म कर सकती है, किसी को उनसे सवाल करने का अधिकार नहीं, जिस भी राज्य में सेना है, वहां ऐसी ही स्थिति है।’
सीपीएम नेता ने कहा, आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए आफ्सपा (सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम) जम्मू-कश्मीर, नगालैंड में लागू किया गया। इन राज्यों में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर सेना ने ज्यादती की। उन्होंने कहा, अगर यह अधिनियम कन्नूर में लागू कर दिया गया तो यही होगा, जैसा कि बीजेपी और आरएसएस मांग कर रहे हैं। इसलिए इसे यहां लागू करने की मांग का विरोध करने के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए।
दरअसल बालकृष्ण का बयान रक्षा मंत्री अरुण जेटली की ओर से सेना को दी जाने वाली छूट पर आया है। जेटली ने कहा था कि सेना युद्ध के हालातों में कोई भी कदम उठा सकती है। जेटली ने साफ कर दिया है कि अगर हालात बिगड़े हो तो सेना पार्लियामेंट के निर्देश का इंतजार न करें और सही कदम उठाएं।
दरअसल, कश्मीर में पत्थरबाज को जीप पर बांध कर घुमाने के बाद सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं। पत्थरबाज को बांधने वाले मेजर गोगई के खिलाफ कश्मीर में प्रदर्शन भी हुआ, पर सेना ने साफ कर दिया है कि मजबूर हालातों में ऐसे कदम उठाना गलत नहीं है।