घाटी में अमन की आस! 49 दिन बाद अनंतनाग से हटा कर्फ्यू

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अनंतनाग

49 दिन बाद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग शहर से कर्फ्यू हटा लिया गया। हालांकि बादामीबाग स्थित सेना के मुख्यालय तक मार्च निकालने की अलगाववादियों की योजना के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए श्रीनगर सहित घाटी के अन्य हिस्सों में कर्फ्यू जारी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार सुबह अनंतनाग से कर्फ्यू हटा लिया गया लेकिन लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध जारी हैं। अधिकारी ने बताया कि पिछले 49 दिन में पहली बार दक्षिण कश्मीर के इस शहर से कर्फ्यू हटाया गया है। नौ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में फैली अशांति के चलते यह कर्फ्यू लगाया गया था।

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इस अधिकारी ने बताया कि पूरे श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के पुलवामा तथा पम्पोर शहर में कर्फ्यू जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि घाटी के शेष हिस्सों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध जारी है। अलगाववादियों ने बादामीबाग छावनी इलाके में कश्मीर में चिनार कोर सेना के मुख्यालय तक एक रैली निकालने का आह्वान किया है। इस बीच, कर्फ्यू, प्रतिबंधों और अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल की वजह से लगातार 50 वें दिन जनजीवन प्रभावित हुआ है। दुकानें, निजी कार्यालय, शैक्षिक संस्थाना और पेट्रोल पंप बंद हैं तथा सार्वजनिक वाहन सड़कों पर नहीं चले।

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अधिकारी ने बताया कि कर्फ्यू की वजह से सरकारी कार्यालयों और बैंकों में कर्मचारियों की उपस्थिति भी प्रभावित हुई है। पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवायें भी बंद हैं और प्री.पेड मोबाइल फोन की आउटगोइंग सुविधा भी प्रतिबंधित है। वानी के मारे जाने के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों में नागरिकों की मौत को ले कर अलगाववादी घाटी में आंदोलन कर रहे हैं और उन्होंने एक सितंबर तक के लिए घाटी में हड़ताल का आह्वान किया है। उल्लेखनीय है कि दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में सुरक्षाबलों के साथ एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के एक दिन बाद नौ जुलाई से शरु हुए संघर्ष में अब तक दो पुलिसकर्मियों समेत कुल 70 लोगों की मौत हो चुकी है।

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