मुंबई में दही हांडी समारोहों के दौरान मानव पिरामिड बनाते समय घायल होने से दो गोविंदा की मौत हो गई, जबकि 117 लोग घायल हो गए। पालघर और ऐरोली में एक-एक गोविंदा की मौत हुई। इस अवसर पर दही हांडी तोड़ने के लिए समूचे महाराष्ट्र में गोविंदाओं की टोलियों के बीच प्रतिस्पर्धा रहती है। बारिश और घायल होने का भय भी उनके जोश में खलल नहीं डाल पाया। जन्माष्टमी का त्योहार घाटकोपर, दादर, लालबाग और भांडुप सहित समूचे शहर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। नगर निकाय के अधिकारियों के मुताबिक शाम पांच बजे तक मुंबई में करीब 45 गोविंदा घायल हुए हैं।