डीयू में लंबे समय से हॉस्टल की मांग को लेकर प्रशासन द्वारा लगातार नजरअंदाज करने के बाद छात्रों ने शुक्रवार को आइसा के बैनर तले भूख हड़ताल की। हॉस्टल सत्याग्रह नामक इस अभियान को कला संकाय के सामने आयोजित किया गया। इस अभियान में लगभग 30 कॉलेजों से आए छात्रों ने हिस्सा लिया है।
आइसा की ओर से पिछले लगभग एक माह से चलाए जा रहे अभियान ‘अ रूम ऑफ माई ओन’ (#ApnaKamra #A_Room_Of_My_Own) के अन्तर्गत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। आपको बता दे, आज भूख हड़ताल का दूसरा दिन है।
इस मौके पर दिल्ली विश्वविद्यालय में आईसा के अध्यक्ष सुधांशु शेखर ने बताया कि हॉस्टल का मुद्दा छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हम इस मुद्दे पर ही डूसू (DUSU) का चुनाव भी लड़ेंगे। उन्होंने आगे यह कहा कि एबीवीपी पिछले दो वर्षों से डूसू (DUSU) चुनाव जीत रहा है पर छात्रों के लिए इतने गंभीर मुद्दे पर उसका कोई ध्यान ही नहीं है। वे खुले तौर पर निजी हॉस्टल व पीजी को बढ़ावा दे रहे हैं।
वहीं इस पर आइसा के सचिव अमन नवाज ने कहा कि हॉस्टल का मुद्दा बेहद गंभीर मुद्दा है। हम लम्बे समय से इसके लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। देश के दूर दराज के इलाकों से छात्र डीयू में पढ़ने आते हैं। ऐसे में उन्हें हर महीने सिर्फ कमरे के लिए 10 हजार रुपये से अधिक खर्च करना पड़ता है। विश्वविद्यालय को अनिवार्य रूप से छात्रों को हॉस्टल उपलब्ध कराना चाहिए। जब तक हॉस्टल नहीं मिलता तब तक विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को हाउस रेंट एलाउंस दे।