कश्मीर में हिंसा के माहौल और भारत पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर नैशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में विपक्षी पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान अब्दुल्ला ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से उनका कोई लेना-देना नहीं है। भारत और पाकिस्तान मिलकर समाधान निकालें।
उरी हमले के बारे में पूछे जाने पर फारुख अब्दुल्ला ने इस पर बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे उरी हमले पर कुछ नहीं बोलना है। युद्ध किसी मसले का हल नहीं है। हम सिर्फ शांति चाहते हैं। सियासी समाधान से ही आतंकवाद खत्म होगा।’
अब्दुल्ला ने कहा, ‘याद करिए वाजपेयी जी ने क्या कहा था। हम अपना पड़ोसी नहीं बदल सकते इसलिए हमें पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। इसके अलावा दूसरा विकल्प नहीं है।’ उन्होंने कहा कि जब दो देशों के बीच दरार पड़ती है तो आतंकवाद बढ़ जाता है।
उनका कहा है कि वह ऐसी चीजों के पक्ष में नहीं हैं जो समुदायों को बांटती हैं। भारत में केवल एक ही समुदाय नहीं है।