फारुक अब्दुल्ला की अपील, देश के लिए कुर्बानी देने वालों को इज्जत बख्शे केंद्र

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फारुक अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि देश पर कुर्बानी देने वालों की इज्जत करना जरूरी है। केंद्र ने संसद में वन रैंक वन पेंशन का एलान किया, तो फिर ठीक तरीके से लागू क्यों नहीं कर रहे।

पूर्व सैनिकों को आत्महत्या करनी पड़ रही है। सर्जिकल स्ट्राइक को वोट के लिए भुनाने की कोशिश हुई। केंद्र को समझना पड़ेगा कि जवान किसी पार्टी का नहीं बल्कि मुल्क का है।

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अमरउजाला की खबर के मुताबिक फारुक का कहना है कि पीडीपी और बीजेपी के गठबंधन ने स्कूलों के बचाने के लिए कुछ नहीं किया है। मिडिल से लेकर हायर सेकेंडरी तक के 28 स्कूल आग की भेंट चढ़ा दिए गए। शिक्षा क्षेत्र में आग की लपटों ने बर्बादी बढ़ा दी, तब सरकार महज चिंता जताने लगी।

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फारूक ने कहा कि पाक से तनाव पर हर बार सरहद के लोगों को अंजाम भुगतना पड़ता है। सीमा के दोनों पार आबादी मुश्किल में है। दोनों तरफ से गोलाबारी तुरंत बंद होनी चाहिए। मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए और बाद में उमर सरकार ने जीरो लाइन पर बसे लोगों को वहां से बाहर निकालकर पुंछ में बसाने की योजना बनाई थी।

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फारूक ने कहा कि मैनें इसके लिए जमीन भी देखी थी। लेकिन बाद की सरकारों ने कुछ ने नहीं किया। पुंछ में पाकिस्तान की चौकियां ऊंचाई पर हैं। इसलिए हमें ज्यादा नुकसान होता है।