पिछले कई वर्षों से ये सिलसिला आम हो रहा है कि छात्र जब बोर्ड परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो वो कॉ़पी जांचने वाले शिक्षकों को घूस देने की कोशिश करते हैं। इसके लिए छात्र कॉपियों में पैसे भी रखकर भेजते हैं। ऐसी घटनाएं हर साल घटती हैं और हर साल अलग-अलग केन्द्रों पर ऐसी हजारों कॉपियां मिलती हैं जिनमें नोट निकलते हैं। ये नोट छात्र कॉपी जांचने वाले टीचरों को इसलिए भेजते हैं ताकि वो इन्हें बिना कुछ किए अच्छे अंक दें। लेकिन शायद वो नहीं जानते हैं कि उनकी ये कोशिश सरासर बेकार है और इसका अंजाम भी बेकार ही होगा। ऊपर से पैसे भी व्यर्थ जाते हैं।
यूपी बोर्ड की कॉपियां जांचने के दौरान सोमवार को परीक्षक भी चौंक पड़े। एक कॉपी के बंडल में पांच पांच सौ के कई नोट निकले। करीब तीन हजार रुपये निकले। हालांकि केंद्र प्रभारी तक इसकी सूचना नहीं पहुंची।
दरअसल बरेली के राजकीय कॉलेज में बारहवीं के मूल्यांकन में सोमवार को एक कॉपी का बंडल खोला गया जिसमें तीन हजार रुपये निकले। सभी पांच पांच सौ के नोट थे। अबतक कॉपियों में नोट जरूर निकले थे पर पांच पांच सौ के नोट पहली बार निकले। परीक्षकों के बीच इसी बात पर चर्चा चलती रही कि ये नोट असली या नकली।