दिल्ली:
बिहार के बाढ़ का कहर लगातार जारी है। बेगूसराय में दो, भोजपुर और समस्तीपुर में एक-एक व्यक्ति के मरने के साथ इस राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या आज 172 पर पहुंच गई। वहीं असम में सिलचर के निकट भारी बारिश से हुए भूस्खलन में एक परिवार के चार सदस्य पानी में बह गए।
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि इस आपदा में अभी तक 61 पशु भी मारे गए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज लगातार दूसरे दिन भारी बारिश हुई। सफदरजंग वेधशाला ने सुबह 8:30 बजे तक 63.5 मिमी बारिश और दिन के दौरान 5.9 मिमी बारिश दर्ज की, जबकि पालम वेधशाला ने 18.9 मिमी बारिश दर्ज की।
नदियों के उफान पर रहने से बिहार के बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारन, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुताबिक, पटना जिले में दिघा घाट और गांधी घाट एवं मुंगेर में गंगा का जल स्तर घटा है, जबकि हाथीदाह, साहेबगंज और फरक्का में यह नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है।
केन्द्रीय जल आयोग ने एक बयान में कहा कि पटना के मनेसर में सोन नदी खतरे के निशान से 55 सेमी नीचे बह रही है। हालांकि खगड़िया में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 131 सेमी उपर बह रही है। राज्य के विभिन्न इलाकों में कुल 37.70 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
गंगा, सोन, पुनपुन, बूढ़ी गंडक, घाघरा, कोसी और अन्य नदियों में बाढ़ से 77 प्रखंड और 2,029 गांव जलमग्न हैं।