रेप केस के आरोपी और सपा नेता गायत्री प्रजापति का पूरा परिवार इन दिनों योगी दरबार में इंसाफ की गुहार लगाने पहुंचा हैं, लेकिन सीएम योगी ने उनसे मुलाकात नहीं की। खास बात यह है कि गायत्री की पत्नी और बेटियां सीएम योगी से वैसे ही मिलेंगी जैसे आम फरियादी मिलते हैं, आप को बता दें कि गायत्री प्रजापति मां-बेटी से रेप के मामले में जेल में बंद हैं। इसी मामले में गायत्री प्रजापति का परिवार 5 कालिदास स्थित मुख्यमंत्री योगी के आवास पर जनता दरबार में पहुंचा है और रिहाई की फरियाद लगा रहा है। 26 अप्रैल को यूपी पुलिस ने गायत्री प्रजापति को वापस जेल भेज दिया। अब गायत्री प्रसाद प्रजापति को यूपी पुलिस सीजेएम कोर्ट में पेश करेगी। कोर्ट में गैंगरेप और नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप के मामलों की सुनवाई की जाएगी।
बताते चलें कि गायत्री प्रजापति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जेल से अदालत के सामने मौजूद थे। गैंगरेप के अलावा यह तीसरा मामला है, जिसमें गायत्री को न्यायिक हिरासत में लिया गया था।20 अक्टूबर, 2016 को इस मामले की एफआईआर चित्रकूट की रहने वाली पीड़िता ने दर्ज कराई थी, जिसमें गायत्री व आशीष शुक्ला को नामजद किया था।
गौर करने वाली बात ये है कि इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट की प्रशासनिक समिति ने दुष्कर्म के एक मामले में आरोपी गायत्री प्रजाप्रति को जमानत देने वाले न्यायाधीश ओम प्रकाश मिश्रा को निलंबित कर दिया। मुख्य न्यायाधीश डी.बी. भोंसले ने गायत्री प्रसाद प्रजापति को जमानत दिए जाने पर न्यायाधीश के आदेश पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अतिरिक्त जिला और सत्र अदालत के न्यायाधीश की सभी शक्तियां भी छीन लीं थी। 30 अप्रैल को जज का कार्यकाल समाप्त होने वाला था।
अब गायत्री प्रजापति का पूरा परिवार ये समझ चुका है कि अदालत गायत्री के खिलाफ किस कदर सख्त रुख अपनाए हुए हैं। ऐसे में वो रहम की फरियाद लेकर गायत्री प्रजापति के दरबार में पहुंचे हैं।