रावत ने कहा कि राज्य के उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं। चारधाम यात्रा भी नोटबंदी के चलते अत्यधिक प्रभावित हुई है। वरना चारधाम यात्रा के आखिरी दिनों में एक-दो लाख श्रद्धालु उत्तराखंड में और आ सकते थे। रावत ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दो हजार रुपए का नोट भी एक पहेली बना हुआ है। क्योंकि यह नोट ऐसा कौन सा विमान है जो देश को ऊपर ले जाएगा। दो हजार के इस नोट ने खरीददारों को पंगू बना दिया है।
नोटबंदी से किसान भी बहुत ज्यादा परेशान है। सब्जियों और अनाज की बिक्री भी 40 से 45 फीसद तक कम हुई है। किसानों को सब्जियों का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। रावत ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री राज्य के पैसे पर कुंडली मार कर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पुराने माल को केंद्र के मंत्री बेचने में लगे हुए हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गैरसैंण में भी कोई नई घोषण नहीं की। केंद्रीय रेल मंत्री प्रभु पर कटाक्ष करते हुए रावत ने कहा कि वे कम से कम गैरसैंण में एक गैस्ट हाउस बनाने की घोषणा ही कर जाते।
रावत ने कहा कि केंद्र के कई मंत्री उत्तराखंड के दौरे पर आए ओर झूठी घोषणाएं करके चले गए और भाजपा के नेता गाली गलौच की भाषा पर उतर आए हैं।