बीड़ कलेक्टर नवल किशोर राम ने कहा कि पिछले चार साल में औसतन बारिश का केवल 45 प्रतिशत पानी बरसा था। रविवार तक बीड़ में 105 प्रतिशत बारिश हुई है। जिले में सालाना औसतन बारिश का आंकड़ा 666 मिमी पार हो चुका है। अब तक यहां 700 मिमी पानी बरसा है। रविवार को मजलगांव बांध के गेट खोले जाने के समय काफी लोग आए। चार साल में इस बांध के गेट पहली बार खोले गए हैं। इस बारे में कलेक्टर ने बताया, ”अब हमारे सामने ज्यादा पानी की समस्या है। एक भी कुआं, झील, तालाब या सिंचाई प्रोजेक्ट नहीं है जो ओवरफ्लो ना हो।” पड़ोस के जिले उस्मानाबाद में भी यही हालात हैं। वहां पर लोग उफनती नदियों को देखने के लिए उमड़ पड़े। यहां के दो बड़े बांध निचला तरणा और सेना कोलेगांव में तेजी से पानी आ रहा है। मानसून से पहले ये दोनों पूरी तरह से सूख गए थे। तरणा में 50 प्रतिशत पानी आ चुका है जो कि 20 साल में सबसे ज्यादा है। उस्मानाबाद में 17 मध्यम और 90 छोटे बांध भी भर चुके हैं। यहां पर इस साल 92 फीसदी बारिश हुर्इ है।