कर्नाटक के रायचूर जिले के लिंगासुगुर तहसील के तहसीलदार ने तुगलकी फरमान जारी किया है। तहसीलदार ने उन लोगों के राशन कार्ड रद्द करने का आदेश जारी किया है जिन लोगों के घर में शौचालय नहीं है। इस तुगलकी फरमान से लोगों में दहशत का माहौल है। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि इस आदेश के बाद वे कहां जाए क्योंकि इस आदेश से प्रभावित लोग ज्यादातर गरीबी रेखा ने नीचे वाले है। इन लोगों के पास जीवन यापन के लिए आमदनी के नाम पर महज चंद रूपये ही कमा पाते है। यह वो वर्ग है जो मुख्य रूप से सरकारी कोटे से मिलने वाले रियायती राशन पर निर्भर करता है। ऐसे में इस आदेश के बाद इनकी मुश्किलें बढ़नी लाजमी है।
स्वास्थ्य ही जीवन है। इस बात को हम सभी जानते है लेकिन जब शौच और शौचालय की बात होती है तो कई लोग आज भी आसानी से मिल जाते है जो शौच के लिए खुले में जाते है। इनमें कुछ ऐसे है जिनके यहां शौचालय नहीं है। ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचायल बनाने के लिए आर्थिक मदद भी दे रही है। साथ ही केंद्र और राज्य स्तर पर इसके प्रति जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। लेकिन शौचालय नहीं है तो राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा।