मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में जान की बाजी लगाकर 15 लोगों को बचाने वाली मनोज मालवीय की हर कोई तारीफ़ कर रहा है. हर जुबान पर उनकी बहादुरी की चर्चा है. मनोज मालवीय 25 साल के हैं. आग में फंसे लोगों को बचाने में वो खुद भी झुलस गए हैं. तुलैया के पद पर कार्यरत मनोज का हाथ और पैर जल गया है. छिंदवाड़ा के नरसिंहपुर के आइसोलेटेड वार्ड में उनका इलाज चल रहा है. हादसे की वजह से फिलहाल वे सदमे में हैं और किसी से बात भी नहीं कर रहे हैं.
आपको बता दे कि शुक्रवार को मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में सरकारी समिति केंद्र में आग लग गई थी. इस हादसे में 20 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई. हादसा केरोसिन में आग लगने की वजह से हुआ. कई जख्मी भी हुए हैं.
जानकारी के अनुसार, छिंदवाड़ा के हर्रई तहसील में बारगी स्थित सरकारी समिति केंद्र पर शुक्रवार को राशन और केरोसिन वितरण किया जा रहा था. राशन लेने के लिए सैकड़ों ग्रामीण कतार में भवन के सामने मौजूद थे, जबकि केंद्र के अंदर करीब तीन दर्जन लोग मौजूद थे.