नई दिल्ली। कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में फिर से प्रदर्शन शुरू होने के बीच बुधवार(31 अगस्त) को एक किशोर सेना की गोलीबारी में मारा गया। अधिकारियों ने दावा किया था कि स्थिति में सुधार के बाद कश्मीर घाटी से कर्फ्यू हटा लिया गया।
राज्य सरकार रविवार को आने वाले सवर्दलीय प्रतिनिधिमंडल की तैयारी में जुटी थी कि इसी बीच अलगाववादियों ने आठ सितंबर तक के लिए अपनी हड़ताल बढ़ा दी एवं लोगों को श्रीनगर को जोड़ने वाली सड़कों पर जुटने का निर्देश दिया।
श्रीनगर से 45 किलोमीटर दूर रफियाबाद में पथराव कर रही भीड़ को जब सैन्यकर्मी खदेड़ने की कोशिश कर रहे थे, तब 15 साल के दानिश मंजूर की मौत हो गयी। इसी के साथ अशांति में अब तक 69 लोगों की जान चली गयी। अशांति पिछले 53 दिनों से है। आठ जुलाई को एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से यह अशांति फैली है।
कुलगाम जिले के चावलगाम में प्रदर्शनकारियों ने पीडीपी के राज्यसभा सदस्य नजीर अहमद लावे के निवास पर पथराव किया और गार्ड रूम में आग लगा दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारी भीड़ ने पीडीपी के सांसद नजीर अहमद लावे के आवास पर पथराव किया जिससे दो सुरक्षा कर्मी घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने गार्ड रूम में आग भी लगा दी जिससे गार्ड रूम और मकान के रसोई घर को नुकसान पहुंचा। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कर्मियों की तीन या चार सर्विस रायफलें गायब होने की खबर है और उनकी तलाश की जा रही है। हमले के दौरान लावे और उनके परिवार के लोग मकान में मौजूद नहीं थे। उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल गांव में भेजा गया है।
इस बीच, विपक्षी नेशनल कॉन्फ्रेन्स के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बताया कि कश्मीर में हालात बिगड़ते प्रतीत हो रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि ‘‘पीडीपी के राज्यसभा सदस्य के मकान में आग लगाई गई। बताया जाता है कि सुरक्षा कर्मियों के हथियार लूट कर लोग ले गए। हालात सुधरने के बजाय आज बिगड़ते प्रतीत हुए।’’ उमर ने आगे लिखा ‘‘श्रीनगर के सिविल लाइन इलाके में हालात शांतिपूर्ण से लगते हैं, लेकिन आज का घटनाक्रम बताता है कि घाटी अभी भी गहरे संकट में है।’’