राजस्थान के अलवर में गौरक्षा के नाम पर गाय व्यापारियों पर गौ-तस्करी का आरोप लगाकर मारपीट करने के आरोपियों की तस्वीर सामने आ गई है। इसके साथ ही मारपीट को जनता का गुस्सा बताने वाली राजस्थान सरकार की भी पोल खुल गई है। स्टेट इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के मुताबिक सभी आरोपी हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारी हैं।
राजस्थान पुलिस के इंटेलिजेंस ने सभी आरोपियों के नाम-पते और हिंदूवादी संगठनों में उनके पद की पूरी रिपोर्ट राजस्थान सरकार को भेज दी है। इस रिपोर्ट से साफ होता है कि आरएसएस, हिंदू जागरण मंच और गो सेवा समीति के पदाधिकारियों ने मारपीट की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, मारपीट की शुरुआत करनेवालों में आरएसएस के संभाग प्रभारी नवीन शर्मा, हिंदू जागरण मंच के कस्बा प्रमुख हुकुमचंद यादव, गो सेवा समीति के अध्यक्ष सुधीर यादव, आखिल भारतीय विधार्थी परिषद के जिला संयोजक ओम यादव और सह जिला संयोजक राहुल सैनी और मानव जागृति मंच के जगमाल सिंह शामिल थे।
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इसके बाद वहां से गुजरनेवाले राहगीर भी उनकी पिटाई में शामिल हो गए थे। इस पिटाई की वजह से पहलू खान की मौत हो गई थी। इन सभी आरोपियों पर पुलिस ने पांच-पांच हजार के इनाम घोषित किए हैं, लेकिन घटना के 10 दिन बीत जाने के बावजूद किसी की गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर पा रही है। पुलिस पर बीजेपी नेताओं का भारी दबाव है।