उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के सोही गांव में 55 साल के गुलाम अहमद की कुछ अज्ञात लोगों ने पीट पीटकर हत्या कर दी। इस घटना से पहले एक हिंदू लड़की के परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि गांव का एक मुस्लिम लड़का, उनकी लड़की को भगा ले गया है। पीड़ित परिवार के मुताबिक हत्या में हिंदू युवा वाहिनी से जुड़े लोग शामिल हैं। मृतक गुलाम अहमद के परिवार का आरोप है कि हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी।
दरअसल बताया जा रहा है कि बुलंदशहर के पहासू थाना क्षेत्र के गांव सोही में एक हफ्ते पहले एक मुस्लिम युवक हिंदू लड़की को भगा कर अपने साथ ले गया था। युवती के परिजनों ने गैर संप्रदाय के युवक को नामजद करते हुए पहासू थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। लेकिन युवक और युवती की कोई जानकारी नहीं मिल सकी। लड़की पक्ष के लोग मानते थे की गुलाम अहमद उस परिवार से जुड़ा हुआ है और उनकी मदद कर रहा है। इस बात से नाराज होकर लड़की पक्ष और हिन्दू युवा वाहनी के लोगों ने लड़के के परिजनों के घर में घुसकर तोड़फोड़ की।
लड़की पक्ष और हिन्दू युवा वाहनी के लोग लड़के के रिश्तेदार गुलाम अहमद को घर से उठाकर जंगल में ले गए और लाठी-डंडों से बुजुर्ग की बेहरहमी से पिटाई की गई। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहां से गुजर रहे कुछ लोगों के शोर मचाने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस के मुताबिक, कुल आठ लोग इस वारदात में शामिल हैं। जिसमें से तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मृतक के परिजनों की शिकायत पर हिंदू युवा वाहिनी के 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कई और लोगों के नाम सामने आए हैं। इस मामले की जांच के लिए पुलिस की टीम गठित गई है। मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इलाके में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस हिंसा के बाद इलाके में संप्रदायिक तनाव बना हुआ है, पीड़ित परिवार ने अपनी जान का खतरा बताते हुए, गांव छोड़ने की मांग की है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
लगातार विवादों में भी रही है हिंदू युवा वाहिनी
साल 2002 में योगी आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया था। इसे एक सांस्कृतिक संगठन बताया गया था। लेकिन इस संगठन का योगी को राजनैतिक फायदा भी मिला। योगी आदित्यनाथ को चुनावों में भारी मतों से जीत मिलने लगी। और संगठन की वजह से योगी अपनी अलग पैठ बनाने में कामयाब रहे। हालांकि हिंदू युवा वाहिनी लगातार विवादों में भी रही है। इस संगठन से जुड़े लोगों के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हुए।