आईपीएस हिमांशु कुमार को योगी सरकार की अलोचना करना महंगा पड़ गया। यूपी सरकार ने हिमांशु कुमार को सस्पेंड कर दिया है। आईपीएस का निलंबन उनकी पत्नी की तरफ से दर्ज कराए गए दहेज उत्पीड़न के मामले को आधार बनाकर की गई है। आईपीएस हिमांशु इस मुक़दमे में वांछित चल रहे हैं। 2 मार्च को उनके खिलाफ बिहार की एक अदालत से वॉरंट जारी हुआ था। हिमांशु कुमार वही आईपीएस अफसर हैं जिन्होंने हाल में ही योगी राज में यादव सरनेम वाले अफसरों को टारगेट करने और उनके ट्रांसफर करने का आरोप लगाया था। निलंबन पर हिमांशु कुमार ने पहली प्रतिक्रिया ट्विटर पर जताते हुए लिखा है कि ‘विजय सिर्फ सत्य की ही होती है।’
Truth alone triumphs.
— Himanshu Kumar IPS (@Himanshu_IPS) March 25, 2017
चुनाव के दौरान ही आईपीएस हिमांशु कुमार को चुनाव आयोग ने फिरोजाबाद से भी हटाया था। आईपीएस हिमांशु ने 22 मार्च को एक ट्वीट के जरिए यूपी में यादव सरनेम वाले अधिकारियों को टारगेट करने का मुद्दा उठाया था। हिमांशु ने ट्वीट कर कहा था, ‘वरिष्ठ अधिकारियों में ‘यादव’ सरनेम वाले पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने या रिजर्व लाइन भेजने के लिए होड़ मची है।’