अलगाववादी नेता गिलानी को बीजेपी-पीडीपी सरकार का तोहफा, नियमों को ताक पर रखकर पोते को दी नौकरी

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अनीस उल इस्लाम ने जालंधर से एमबीए की डिग्री हासिल की थी। साल 2009 में उन्हें पासपोर्ट नहीं मिल पाया था क्योंकि सीआईडी ने उनके खिलाफ रिपोर्ट दी थी। हालांकि बाद में हाईकोर्ट के आदेश के बाद अनीस को पासपोर्ट मिला और गिलानी ने उन्हें पढ़ाई के लिए ब्रिटेन भेजा। सीआईडी की हरी झंडी ना मिलने के चलते अनीस अब तक वेतन नहीं ले पाये हैं।

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आपको बता दें कि गिलानी की एक पोती एयरलाइंस में बतौर क्रू काम करती  है। उनका एक बेटा नईम डॉक्टर है। वो भी पहले सरकारी मुलाजिम था। नईम की बड़ी बेटी पिछले साल अक्टूबर में स्कूल की परीक्षा दे चुकी है। हालांकि गिलानी ने युवाओं से परीक्षा का बायकॉट करने की अपील की थी।

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