सबरीमाला मंदिर में दर्शन करने चलीं थी तृप्ति देसाई, केरल सरकार ने कहा ‘ठहरो…..’

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तृप्ति देसाई ने अगले महीने करीब 100 महिलाओं के साथ मंदिर में प्रवेश का ऐलान किया था और अभी उन्होंने अपने इस फैसले में कोई परिवर्तन नहीं किया है। इसके पहले भी तृप्ति देसाई हाजी अली दरगाह, शनिशिगनापुर और त्रयंबकेश्वर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के हक में अभियान चला चुकी हैं।

कौन हैं तृप्ति देसाई और क्या है उनका योगदान ?

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महिलाओं के अधिकार के लिए तृप्ति देसाई न सिर्फ ट्रस्ट के फरमान के खिलाफ उतरीं, बल्कि हवालात में भी गईं> ये हैं तृप्ति देसाई के बारे में अहम बातें-

1. मुंबई की SNDT महिला यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की
2. 2010 में भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड की स्थापना की
3. भूमाता ब्रिगेड की मौजूदा अध्यक्ष हैं
4. अन्ना हजारे के इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन से भी जुड़ी थीं
5. 19 दिंसबर को तृप्ति देसाई ने खुद शनि मंदिर में जाने की कोशिश की लेकिन विरोध का सामना करना पड़ा
6. 26 जनवरी 2016 को तृप्ति देसाई की अगुवाई में करीब 500 महिलाएं शनि मंदिर की परंपरा तोड़ने का आंदोलन शुरू किया
7. 8 अप्रैल 2016 को शनि मंदिर ट्रस्ट ने तृप्ति देसाई को पूजा के लिए आमंत्रित किया

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अब तृप्ति देसाई का अगला फैसला है कि वो 100 महिला कार्यकर्ताओं के साथ भगवान अयप्पा के मंदिर में जाएंगी और वहां भी हर उम्र की महिलाओं के लिए प्रवेश को पारित कराकर रहेंगी।

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नीचे वीडियो में देखिए कोल्हापुर महालक्ष्मी मंदिर में प्रवेश के दौरान कैसे रोका गया तृप्ति देसाई का रास्ता

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