पीएम द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद के फैसले का विरोध करते हुए केरल में संघ परिवार से जुड़े एक बड़े कार्यकर्ता पी पद्मकुमार ने संघ से चार दशक पुराना नाता तोड़ लिया। पी पद्मकुमार संघ के संगठन हिंदू एक्या वेदी में बतौर सचिव काम कर रहे थे। जनसत्ता की खबर के अनुसार ‘राजनैतिक हिंसा’ और बीजेपी और संघ के ‘अमानवीय स्टैंड’ को लेकर उन्होंने मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी से जुड़ने का मन बना लिया। जिसके बाद रविवार को आखिरकार उन्होंने रविवार को पार्टी का दामन औपचारिक रूप से थाम लिया।
मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के जिला सचिव के साथ मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, ‘बीजेपी और संघ के इस अमानवीय स्टैंड के चलते कितने परिवार अनाथ हो गए। संघ के राजनितिक हिंसा को लेकर अमानवीय रवैए और 1000 और 500 रुपए के नोट बंदी को फैसले के विरोध स्वरूप मैंने संघ परिवार से बाहर आने का निर्णय लिया।’