शराब के डीलर धर्मेन्द्र जायसवाल के अनुसार आजकल शादियों का सीजन है और इस सीजन में लोग शराब ज्यादा खरीदते थे लेकिन इस नये नोट के चक्कर में शराब का कोई बड़ा ऑर्डर ही नहीं मिल रहा है, जहां लोग शादी में 20 से 25 बोतल शराब ले जाते थे वहां अब दो से तीन बोतल में ही काम चला रहे हैं। इससे शराब व्यापारियों को तो भारी नुकसान हो ही रहा है क्योंकि उन्होंने शादियों के सीजन को ध्यान में रखते हुए भारी मात्रा में शराब का स्टाक दुकानों में लगा लिया था लेकिन अब बिक्री बहुत ही कम हो गयी है। वह कहते है कि जब बिक्री ही नहीं होगी तो सरकार को राजस्व कहां से मिलेगा। एक शराब प्रेमी के अनुसार इस समय सारा ध्यान पुराने नोटों को बदलवाने में लगा हुआ है और जो चार हजार रूपये मिल रहे हैं उनसे घर का खर्च चलाना ही मुश्किल हो रहा है तो फिर अपना शौक पूरा करने के लिए शराब कहां से पियें।