मोदी सरकार ने ऐलान किया है कि 2019 की गांधी जयंती तक देश खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा। इस कारण अधिकारियों पर भारी दबाव है कि इस लक्ष्य को पूरा किया जाए। लेकिन स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सरकारी दस्तावजों के मुताबिक महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में पाटण गांव के सभी घरों में 112 शौचालय बनाए गए और गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित कर स्मार्ट ग्राम का पुरस्कार भी दिया गया, पर गांव के सभी शौचालय गायब हो गए हैं।