हैदराबाद : आरजे संध्या सिंह की मौत के तेरह दिन बाद पुलिस ने आखिरकार उसके पति को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरजे का पति भारतीय सेना में मेजर है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया और कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।18 अप्रैल को पुलिस ने मेजर वैभव विशाल (30) के खिलाफ केस दर्ज किया था जो फिलहाल सिकंदराबाद में सेना की 54 वीं इन्फैंट्री डिविजन में तैनात है। आरजे संध्या यादव (30) का शव बोलारम में आर्मी क्वॉर्टर में छत से लटकता मिला था। पुलिस ने आरजे के पति सैन्य अफसर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304-B (दहेज हत्या) और एससी-एसटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के तौर पर कार्यरत संध्या की बहन उमा सिंह ने पुलिस में केस दर्ज कराया था। डीसीपी नॉर्थ जोन बी. सुमाथी ने बताया, ‘शिकायतकर्ता के मुताबिक संध्या ने दहेज उत्पीड़न की वजह से अपनी जान दी। वैभव विशाल, उसकी मां आशा सिंह और उसकी बहन खुशी उर्फ मेघा राय दहेज को लेकर उसका उत्पीड़न करते थे।’
संध्या की बहन उमा सिंह ने अंग्रेजी अखबार से बातचीत में आरोप लगाया कि ‘लव मैरिज’ के कुछ दिन बाद से ही वैभव और उसका परिवार संध्या को सताने लगे। संध्या और वैभव एक मैट्रिमोनियल साइट के जरिए संपर्क में आए थे। 2015 में दोनों परिवार शादी तय करने के लिए गाजियाबाद में मिले। उमा सिंह के मुताबिक मुलाकात में वैभव के परिवार वालों ने दहेज के तौर पर 20 लाख रुपयों की मांग की लेकिन उनके परिवार ने दहेज देने से मना किया और वहां से चले गए। बाद में वैभव और संध्या को एक दूसरे प्यार हो गया और दोनों ने अपने परिवारों को बताए बगैर 22 सितंबर 2015 को आर्यसमाज मंदिर में शादी कर ली।