सिंगूर: ममता ने किसानों को लौटाई जमीन, कंपनियों को दिया निवेश का न्योता

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फोटो: साभार

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार(14 सितंबर) को सिंगूर में किसानों को भूमि के ‘पर्चा’ नाम के कागजतात और चेक सौंपे तथा कंपनियों को यह कहते हुए संदेश भेजा कि राज्य में वाहन उद्योग स्थापित करने की इच्छा रखने वाली किसी भी कंपनी का ‘‘स्वागत’’ है।

इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पर्चा सौंपते हुए ममता ने कहा कि ‘‘हम उद्योग चाहते हैं, लेकिन जबरन (जमीन) अधिग्रहण के जरिए नहीं।’’ ममता ने 2006 में टाटा के नैनो कारखाने के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाया था। पर्चा एक ऐसा कागजात है जो राजस्व रिकॉर्ड में भूमि के किसी हिस्से पर किसी किसान का स्वामित्व स्थापित करता है।

सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त को व्यवस्था दी थी कि सिंगूर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया त्रुटिपूर्ण थी और यह लोक उद्देश्य के लिए नहीं थी। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह 12 सप्ताह के भीतर किसानों की जमीन लौटा दे।

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ममता ने कहा कि ‘‘मैं एक महीने का समय दे रही हूं। आप सोचें। हम आपको गोआल्तोर (मिदनापुर) में 1,000 एकड़ जमीन देंगे। यदि कोई भी, चाहे यह टाटा हो या बीएमडब्ल्यू हो, वाहन उद्योग स्थापित करना चाहता है तो उनका स्वागत है। हमें बहुत खुशी होगी।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘हम जमीन रखेंगे। यदि आप उद्योग स्थापित करना चाहते हैं, कृपया हमारे वित्तमंत्री अमित मित्रा या मुख्य सचिव से संपर्क करें। हमारे पास खड़गपुर, पानागढ़, तथा अन्य स्थानों पर जमीन है। हमारा संदेश बहुत स्पष्ट है। हमें उद्योग स्थापित करने चाहिए और कृषि भूमि बचानी चाहिए।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘हम उनमें से कई (टाटा) कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। कल हम उनमें से एक कंपनी के साथ समझौता करेंगे।’’ पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार की निन्दा करते हुए ममता ने कहा कि ‘‘अंतर यह है कि हमारे पास भूमि बैंक, भूमि नक्शा और भूमि उपयोग की नीति है।

टाटा 1,000 एकड़ जमीन (सिंगूर में) पर (नैनो) कारखाना वाम मोर्चा सरकार के अड़ियल रुख के चलते स्थापित नहीं कर सके।’’ ‘‘जबरन’’ भूमि अधिग्रहण के खिलाफ भूख हड़ताल और धरना करने वाली ममता ने आंदोलन के दिनों और उस दौरान उनकी मदद करने वाले लोगों को याद किया।

उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे आधी रात के समय पुलिस ने बीडीओ कार्यालय में पीटा था और मुझे गंभीर हालत में नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। मैं उन घटनाओं को कभी नहीं भूलूंगी।’’ ममता ने यह कहते हुए कांग्रेस पर भी हमला बोला कि, ‘‘तब केंद्र में संप्रग सरकार थी, लेकिन किसी ने भी हमारा हालचाल जानने की जहमत नहीं उठाई।’’

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खुशी के माहौल में 9,117 किसानों को पर्चा और 806 किसानों को चेक वितरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘आज मैं प्रसन्न हूं, क्योंकि मैंने अपना वायदा (कृषि भूमि लौटाने का) पूरा किया।’’

उन्होंने कहा कि ‘‘किसानों को हम यह सुनिश्चित करने के लिए दस-दस हजार रुपये भी देंगे कि उनकी भूमि कृषि योग्य बन सके। हमारी सरकार बीज और उर्वरक देने सहित किसानों की हरसंभव मदद करेगी।’’ ममता ने यह भी कहा कि बटाईदारों को भी मुआवजे का हिस्सा मिलेगा।